UKSSSC Cooperative Inspector Exam Fraud 2025: देहरादून पुलिस ने सहकारी निरीक्षक परीक्षा में फर्जी दस्तावेजों से आवेदन करने वाले मोदीनगर निवासी सुरेंद्र को गिरफ्तार किया। आरोपी ने उम्र घटाने, फर्जी आईडी बनाने और पिता का नाम बदलने जैसी पांच बड़ी चालें चली थीं।
यूकेएसएसएससी (UKSSSC) की सहकारी निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2025 में बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है। मोदीनगर के रहने वाले सुरेंद्र को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने परीक्षा में बैठने के लिए पांच तरह से फर्जीवाड़ा किया था। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी ने अपनी उम्र कम दिखाने के लिए दो बार हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा दी, और उसी आधार पर नए प्रमाणपत्रों से आगे की पढ़ाई की। उसने तीन अलग-अलग मोबाइल नंबर और फर्जी जानकारियों से तीन बार आवेदन किया था।
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ऐसे किया फर्जीवाड़ा
सुरेंद्र ने देहरादून, टिहरी और हरिद्वार जिलों के परीक्षा केंद्रों के लिए आवेदन किया था। आयोग के अधिकारियों ने एक संदिग्ध आवेदन मिलने पर जब जांच कराई तो एसओजी (SOG) की टीम ने खुलासा किया कि सुरेंद्र ने तीन अलग-अलग रजिस्ट्रेशन करवाए हैं और सभी में अलग-अलग विवरण दिए हैं।
- उम्र कम दिखाने के लिए हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा दोबारा दी।
- 2012 में बीए पास करने के बाद, 2018 में नए दस्तावेजों से सोलन (हिमाचल प्रदेश) से दोबारा बीए किया।
- बालावाला, देहरादून पते पर फर्जी स्थायी प्रमाणपत्र बनवाया।
- आवेदनों में पिता का नाम तीन बार अलग-अलग लिखा।
- सेवायोजन विभाग की फर्जी इंप्लाई आईडी तैयार की।
सात साल घटाई उम्र
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि सुरेंद्र ने अपने दस्तावेजों में सात साल की उम्र घटा दी थी ताकि वह भर्ती प्रक्रिया के योग्य बन सके। अधिकारियों ने कहा कि इस तरह का फर्जीवाड़ा कड़ी कानूनी कार्रवाई के दायरे में आएगा।
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आरोपी के खिलाफ शुक्रवार को रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि उसने ये सभी फर्जी कागजात कहां से और कैसे बनवाए।